नमस्कार हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेसा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 9695646163 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें.
April 20, 2024

Raftaar India news

No.1 news portal of India

बारहवीं पास फ़र्जी झोलाछाप डॉ.का हॉस्पिटल सील-मुकदमा दर्ज-

1 min read

रफ़्तार इंडिया न्यूज़-चैनल-यूपी/

सत्यम हॉस्पिटल 12 वीं पास संचालक गिरफ्तार

रिपोर्टर- राजेश चौरसिया-

गोरखपुर अवैध रुप से संचालित सत्यम हॉस्पिटल मे ईलाज के दौरान हुई महिला की मृत्यु के आरोप में हॉस्पिटल संचालक 12वीं पास रंजीत निषाद को गिरफ्तार किया जो बिना प्रशिक्षण प्राप्त की हुई दाई व संचालक द्वारा अस्पताल को चलाया जा रहा था जो सत्यम नर्सिंग होम भटहट बासस्थान रोड के संचालक के विरुद्ध थाना गुलरिहा गोरखपुर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 14/23 धारा 304,419,420 भादवि0 व 15(3) इण्डियन मेडिकल काउंसिल एक्ट से ” सम्बन्धित अभियुक्त हॉस्पिटल संचालक रंजीत निषाद पुत्र सुबाष निषाद निवासी जंगल जैनुल आबदीन उर्फ जैनपुर टोला सत्यनगर थाना गुलरिहा को गिरफ्तार किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव अग्रवाल ने पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सत्यम हास्पिटल बांसस्थान रोड भटहट थाना गुलरिहा गोरखपुर लगभग कई वर्षों से अवैध रुप से संचालित करते हुए संचालक रंजीत निषाद पुत्र सुबाष निषाद निवासी जंगल जैनुल आबदीन उर्फ जैनपुर टोला सत्यनगर थाना गुलरिहा गोरखपुर द्वारा बिना किसी वैध डिग्री के डाक्टरों का नाम सूची में अंकित कर, डाक्टर प्रिस्क्रिप्शन पैड पर मरीजो का दवा ईलाज कर उनके जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा था। होस्पिटल के संचालक रंजीत निषाद पुत्र सुबाष निषाद उपरोक्त के विरूद्ध दिनांक 05.01.2023 को सूचना प्राप्त हुई कि दिनांक 03.01.2023 को एक गर्भवती महिला का इलाज किये जाने के कारण उसकी मृत्यु हो गयी थी उक्त सम्बन्ध मे तत्काल थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 14/23 धारा 304,419, 420 भादवि0 व 15(3) इण्डियन मेडिकल काउंसिल एक्ट थाना गुलरिहा गोरखपुर बनाम संचालक रंजीत निषाद पंजीकृत किया गया एंव हास्पिटल के संचालक रंजीत निषाद पुत्र सुब्बाष निषाद उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया। एसएसपी ने बताया कि उक्त हास्पिटल पूर्व मे दो बार- पहली बार चिराग हास्पिटल के नाम से व दूसरी बार प्रियांशु हास्पिटल के नाम से चल रहा था जिसे स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील किया गया था,वर्तमान समय में यह हास्पिटल डा0 सुनील कुमार सरोज (एम0बी0बी0एस0) की डिग्री के आधार पर पंजीकृत कराकर संचालित किया जा रहा था। जांच मे यह भी तथ्य प्रकाश में आया है कि जिस डाक्टर के नाम पर यह हास्पिटल वर्तमान मे पंजीकृत है उसके द्वारा यहां पर कोई भी चिकित्सीय सेवा प्रदान नहीं की जा रही है, इसके अतिरिक्त जिन चिकित्सको के नाम हास्पिटल की प्रिस्क्रिप्शन पैड पर अंकित है वह भी अन्य जिलो मे निवास कर, प्रैक्टिस कर रहे है।

पूछताछ में यह तथ्य भी प्रकाश में आया है कि हॉस्पिटल के रजिस्ट्रेशन हेतु हॉस्पिटल मालिक द्वारा कुछ दलालो का भी सहयोग लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को इस घटनाक्रम की सूचना दिये जाने के उपरान्त पुनः इस हास्पिटल को सील कर दिया गया है। विवेचना के क्रम में जिस चिकित्सक के नाम पर यह हास्पिटल पंजीकृत है व जिन-जिन चिकित्सको के नाम प्रिस्क्रिप्शन पैड पर अंकित है उन सभी को विवेचक द्वारा बयान हेतु नोटिस जारी किए गए है। इस सम्बन्ध मे मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर को भी अपने स्तर से इस हास्पिटल के पंजीकरण की प्रक्रिया की जांच कर दोषी व्यक्तियों के खिलाफ विधिक अथवा विभागीय कार्यवाही करने के लिए पत्र प्रेषित किया गया है। एसएसपी ने भविष्य मे इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम ना हो-

मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर को इस आशय से पत्र प्रेषित किया है कि जनपद मे पंजीकृत सभी हास्पिटल्स एवं चिकित्सालय/डॉयग्नोस्टिक सेंटर/पैथालॉजी सेन्टर इत्यादि की सूची को मीडिया के माध्यम से पब्लिक को सूचित किया जाए जिससे कि इस सूची के अतिरिक्त अवैध रुप से संचालित होने वाले सभी चिकित्सालयों की जानकारी हो सके और कार्यवाही की जा सके।

जिलाधिकारी जनपद गोरखपुर से अनुरोध किया जा रहा है कि जनपद मे संचालित होने वाले चिकित्सालयों के सम्बन्ध में एक संयुक्त टीम द्वारा भौतिक सत्यापन कराया जाए जिससे यह प्रमाणित हो सके कि जिसके नाम पर उक्त चिकित्सालय पंजीकृत है उनके द्वारा ही वहां पर इलाज किया जा रहा है। आईएमए गोरखपुर को इस आशय से पत्र प्रेषित किया जा रहा है कि वह अपने माध्यम से उनके यहां पंजीकृत सभी डाक्टर्स
की इस घटनाक्रम के सम्बन्ध मे सूचित गतिविधियो मे सम्मिलित न हों। अथवा जागरूक करते हुए यह सुनिश्चित करे कि कोई भी चिकित्सक इस तरह की अवैध इस सम्बन्ध मे निदेशक एम्स गोरखपुर व प्रधानाचार्य बीआरडी मेडिकल कालेज गोरखपुर से भी अनुरोध किया जा रहा है कि उनके यहां कार्यरत सभी चिकित्सकों व पास आउट हो रहे प्रशिक्षु डाक्टर्स को भी इस घटनाक्रम के सम्बन्ध मे
सूचित/जागरुक करते हुए सुनिश्चित करे कि कोई भी चिकित्सक इस तरह की अवैध गतिविधियो मे सम्मिलित न हों मुख्य चिकित्साधिकारी गोरखपुर द्वारा जनपद मे पंजीकृत चिकित्सालय/डॉयग्नोस्टिक सेंटर पैथालॉजी सेन्टर इत्यादि की सूची के सम्बन्ध मे अभिसूचना संकलित की जा रही है। प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक उत्तरी मनोज कुमार अवस्थी सहायक पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा मानुष पारीक भी रहे मौजूद।
रफ़्तार इंडिया न्यूज़-गोरखपुर-

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Copyright ©2021 All rights reserved | For Website Designing and Development call Us:+91 8920664806