वर्ल्ड फिजियोथिरेपी डे पर किया गया निःशुल्क थिरेपी-
1 min read रफ़्तार इंडिया न्यूज़-महराजगंज-
रिपोर्ट-जर्न.गुरूचरण प्रजापति-गोरखपुर-
08/09/2024-रविवार-
वर्ल्ड फिजियोथिरेपी डे पर किया गया निःशुल्क थिरेपी-
गोरखपुर-वर्ल्ड फिजियोथिरेपी डे के अवसर पर रेल बिहार फेज 1 में स्थित द फिजियोवेय सेंटर पर रविवार को सुबह निःशुल्क फिजियोथिरेपी कैंप का आयोजन किया गया।
इस कैंप मे बच्चे,महिलाएँ व बुजर्ग व नौजवान मे क्रमशः सी.पी चाइल्ड बाकी लौ बैक पेन के अधिकांश मरीज रहे.
इस अवसर पर सेंटर के डाक्टर/फिजियोथिरेपीस्ट इरफ़ान खां नें कहा कि हर वर्ष उक्त डे की थीम होती है.इस वर्ष 2024 के फिजियोथिरेपी डे की थीम लो बैक पेन रही.जो आज कल अनियमित जीवन शैली,कम्प्यूटर लैपटाप पर देर तक सही स्थित मे ना बैठकर काम करने,तनाव भारी भागदौड़ की जिंदगी के कारण होने का मुख्य कारण है.उन्होंने कहा कि फिजियोथिरेपी एक विज्ञान है,जिसके तहत मानव शरीर को व्यायाम के जरिये अधिकतम काम करने लायक बनाया जाता है.जो मरीज दुर्घटना अथवा जेनेटिक डिसऑर्डर के कारण हुयी अक्षमता को दूर करके सुचारु रूप से काम करने लायक बनाने मे मदद करते हैं.इसमें मैनुअल थिरेपी और इलेक्ट्रो थिरेपी तकनीक आदि कई अन्य तरीकों से उपचार किया जाता है.उन्होंने कहा कि आज के इस अवसर पर उन्होंने निःशुल्क फिजीयोथिरेपी तो किया ही है अपनी एम.पी.टी.की डिग्री लेते समय गरीबों व समाज के कमजोर तबके की मदद करने की जो कसम खायी थी उसको अपने रोज के रूटीन मे अपनाता रहता हूँ.
आइए जानते हैं फिजियोथेरेपी की आवश्यकता क्यों होती है–?
इसे आधुनिक जीवनशैली का दुष्प्रभाव कहें लेकिन घुटने का दर्द,पीठ दर्द,गर्दन में खिंचाव जीवन का एक हिस्सा बन गया है। जब एक निश्चित प्रकार का दर्द काफी समय के लिए कम नहीं होता है और आप किसी विशेष हरकत को करने के बाद इसका अनुभव करते हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट को देखने की सलाह दी जाती है। सुविधाजनक उपचार के लिए आप हमारी होम फिजियोथेरेपी सेवा का लाभ भी ले सकते हैं।
फिजियोथेरेपी में विशिष्टताओं की एक विस्तृत श्रृंखला है और लोग निम्नलिखित में से किसी भी चिकित्सा मुद्दे के लिए फिजियोथेरेपी ले सकते हैं: न्यूरोलॉजिकल मुद्दे, न्यूरोमस्कुलोस्केलेटल, कार्डियोवास्कुलर और श्वसन।
न्यूरो मस्कुलोस्केलेटल समस्या होने पर–
इसमें पीठ दर्द सहित सभी प्रकार के दर्द शामिल हैं। घुटनों में दर्द, गठिया, खेल के दौरान लगी चोट और व्हिपलैश से संबंधित विकार।
पक्षाघात(पैरालिसिस)–
क्या आप जानते हैं कि नियमित फिजियोथेरेपी उपचार के साथ, रोगी की मांसपेशियों की टोन और गतिशीलता में सुधार किया जा सकता है।
पार्किंसंस रोग होने पर–
पार्किंसंस रोग होने से व्यक्ति के चलने फिरने में दिक्कत आती है। फिजियोथेरेपी उपचार रोगी को अधिक गतिशीलता और स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
पोस्ट हार्ट अटैक आने पर–
फिजियोथेरेपी पोस्ट हार्ट अटैक,हृदय गति को कम करने और व्यायाम के दौरान रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।
पीठ दर्द होने पर–
एक गतिहीन जीवन शैली, खराब मुद्रा और दैनिक यात्रा लगातार पीठ दर्द का कारण बन सकती है। अब आपको उस दर्द के साथ रहने और प्रतिबंधात्मक जीवन जीने की आवश्यकता नहीं है। बस हमारे साथ संपर्क करें और हमें अपने घर के आराम से योग्य और अच्छी तरह से प्रशिक्षित फिजियोथेरेपिस्ट की मदद से अपने दर्द से छुटकारा पाने की अनुमति दें।
एक्सपर्ट्स डॉ.रेल बिहार मे निःशुल्क फिजियोथिरेपी कराते डा.इरफ़ान खां-
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