महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में अनसुलझे सवालों को तलाशने में जुटी CBI, जल्द खुल सकते हैं राज
1 min readरफ़्तार इंडिया न्यूज़ ब्यूरो
प्रयागराज. श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के महंत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) के मौत मामले में सीबीआई (CBI) जांच का सोमवार को 17वां दिन है. लेकिन अब तक सीबीआई किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. सीबीआई अब इस मामले में आत्महत्या मानकर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है. सीबीआई महंत नरेंद्र गिरी के करीबियों से पूछताछ कर राज उगलवाने में लगी है. पिछले 3 दिनों से सीबीआई लगातार मठ और बड़े हनुमान मंदिर जाकर महंत नरेंद्र गिरी के सेवादारों और करीबियों से पूछताछ कर रही है. सीबीआई की कोशिश है कि इस मामले में जो भी इनपुट मिले उससे कड़ियों को जोड़कर मौत के रहस्य से पर्दा उठाया जा सके.
अब तक सीबीआई ने रिमांड पर लेकर मुख्य आरोपी आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी से पूछताछ की है. लेकिन इन तीनों आरोपियों के अलावा सीबीआई ने अभी किसी अन्य को आरोपी नहीं बनाया है. सूत्रों के मुताबिक सीबीआई की नजरें एक बार फिर से महंत नरेंद्र गिरी के करीबियों पर टिकी हुई हैं. सीबीआई एक-एक करके सभी सेवादारों से पूछताछ कर रही है. सूत्रों के मुताबिक महंत नरेंद्र गिरी की मौत के पहले उनका सबसे करीबी सेवादार सुमित तिवारी था. उसी ने 20 सितंबर को आश्रम के गेस्ट हाउस का दरवाजा भी खोला था. जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरी फांसी के फंदे पर लटके पाए गए थे.
सीबीआई सुमित से लगातार पूछताछ कर रही है. सीबीआई ने सुमित से पहले भी कई बार पूछताछ की है, लेकिन एक बार फिर से उससे पूछे गए सवालों को क्रॉस वेरीफाई सीबीआई कर रही है. सीबीआई ने सुमित से पूछा है कि 20 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरी कहां थे, क्या कर रहे थे, मठ में कौन-कौन आया था, सुबह महंत नरेंद्र गिरि का स्वभाव कैसा था, उन्हें गुस्सा कब आता था और वह अकेले कब रहना पसंद करते थे. सीबीआई इसके साथ ही महंत नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच समझौता कराने वाले दो सफेदपोशों और एक अधिकारी से भी पूछताछ कर चुकी है.
इसके साथ ही सीबीआई मामले के खुलासे के लिए हर एंगल से जांच पड़ताल कर रही है. सीबीआई ने महंत नरेंद्र गिरी के उत्तराधिकारी बनाए गए बलवीर गिरी से भी पूछताछ की है. इसके साथ ही बड़े हनुमान मंदिर में जाकर मंदिर के चढ़ावे से होने वाली आमदनी और महंत नरेंद्र गिरी की मौत से उसके कनेक्शन को भी खंगाल रही है. फिलहाल सीबीआई की टीम पिछले 16 दिनों से संगम नगरी प्रयागराज में डटी हुई है और पुलिस लाइन के गंगा गेस्ट हाउस में रह कर मामले की जांच पड़ताल कर रही है. ऐसी उम्मीद है कि सीबीआई जल्द ही इस मामले में कोई बड़ा खुलासा कर सकती है.