कानपुर में जीका वायरस के मिले 10 नए केस, 89 पहुंचा संक्रमित मरीजों का आंकड़ा
1 min readकानपुर. यूपी के कानपुर में मच्छरों के जरिए फैलने वाले दुर्लभ जीका वायरस से संक्रमित लोगों का मिलना जारी है. रविवार को चकेरी इलाके में जीका वायरस के 10 नए केस सामने आने से खलबली मची हुई है. वहीं 10 नए मरीज मिलने के बाद अब तक संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 89 पहुंच गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम इलाके में सैनिटाइजेशन और फॉगिंग कर रही है. डीएम विशाख जी अय्यर ने बताया कि अब तक कुल 89 केस सामने आए हैं. संक्रमण से ग्रस्त लोगों के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए कोविड के दौर में इस्तेमाल किए गए कंट्रोल रूम से जीका रोगियों पर नजर रखी जा रही है.
सुबह-शाम फोन पर उनकी सेहत की जानकारी ली जा रही है. कानपुर में अक्टूबर में जीका वायरस का पहला केस मिलने के बाद संक्रमण के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. सारे केस एयरफोर्स स्टेशन से 3-4 किलोमीटर की रेंज में ही सामने आए हैं. जिलाधिकारी विशाख जी. अय्यर ने ने बताया इस संक्रमण की रोकथाम के लिए और खासकर इन मच्छरों को पकड़ने के लिए 6 सदस्य कमेटी बनाई गई है. डीएम के मुताबिक जीका वायरस संक्रमण का पहला मामला 23 अक्टूबर को भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी में पाया गया था, तब से अब तक यह संख्या बढ़कर 89 हो गई है.
इसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को टीम-9 के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कानपुर में जीका वायरस से संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में विशेष सतर्कता की जरूरत है. डेंगू की टेस्टिंग और तेज की जाए.
जीका वायरस मच्छर से फैलता है. जो एडीज एजिप्टी प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एडीज एडीज मच्छर आमतौर पर दिन में काटते हैं. ये वही मच्छर है जो डेंगू-चिकनगुनिया फैलाता है. ज्यादातर लोगों में जीका वायरस का संक्रमण कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन ये गभर्वती महिलाओं के लिए खासतौर से भ्रूण के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है.