विवि.गोरखपुर के शोधकर्ताओं एवं पीएचडी छात्रों ने कुलपति के ऊपर तानाशाही करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे-
1 min readरफ़्तार इंडिया न्यूज़-गोरखपुर-यूपी
ब्यूरों रिपोर्ट-गोरखपुर-
गोरखपुर विश्वविद्यालयों के छात्रों द्वारा आज तकरीबन 12:00 बजे दिन में विश्वविद्यालय गेट के अंदर सैकड़ों की संख्या में धरने पर बैठ गए-
मामले की जानकारी जब छात्र संघ अध्यक्ष अमन यादवसे हमारे संवाददाता द्वारा पूछ गया तो उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति की तानाशाही काफी बढ़ गई है वह मनमाने ढंग से पंजीकृत छात्रों पर कोई भी नियम लागू कर दे रहे हैं
पीवीसीएस सिस्टम के द्वारा छात्रों को पंजीकरण कराने के लिए आदेश जारी किया था जिस की फीस ₹150 रखी गई थी फीस के विरोध में पीएचडी विभाग के छात्रों एवं विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने मिलकर इस बात का विरोध कर रहे हैं कि 2019-20पीएचडी का समय सारणी अभी तक क्यों नहीं घोषित किया गया एवं किसी भी विषय का सेलवस अभी तक जारी नहीं किया और सीबीसीएस का सिस्टम छात्रों पर ही थोप देने का आरोप लगाते हुए कुछ मांगों को लेकर धरने पर बैठे गए
1-2019-20के शोधार्थियों को बिना किसी शर्त प्रमोट कर दिया जाए-मनमानी ढंग से सीबीसीएस का सिस्टम सभी शोधार्थियों पर थोपा जा रहा है इस सिस्टम वापस लिया जाए-
2-कुलपति को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए-
2020-21 के शोधार्थियों के लिए अध्यादेश लागू होता है तथा उनके अनुसार परीक्षा तिथि घोषित किया जाए-
और ₹150 का अतिरिक्त फर्जी शुल्क की प्रक्रिया हटाई जाए
धरने में प्रमुख रूप से नेतृत्वकर्ता गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष अमन यादव कमलकांत राव,मनदीप राय
प्रशांत मौर्य,अनुराग अवस्थी,अनूप यादव अंजलि ग्रीष्मा,पूंजीमा पप्पू गुप्ता राजन विश्वकर्मा,आनंद मिश्रा,अरुण यादव,आनंद सिंह,योगेंद्र प्रताप सिंह,राकेश शर्मा,अमित,मनोज,नीलय पवन आदिलोग उपस्थित रहें-
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