कानपुर मेट्रो को PM मोदी 28 दिसंबर को दिखाएंगे हरी झंडी, कितनी दूरी-कितने स्टेशन, जानें सबकुछ
1 min readकानपुर. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कानपुर में मेट्रो के पहले फेज की शुरुआत होने जा रही है. इस मेट्रो से कानपुर के लोगों की ट्रैफिक की समस्या का समाधान हो जाएगा. पहले फेज की मेट्रो का उद्घाटन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 दिसंबर को कानपुर पहुंच रहे हैं, मगर इस मेट्रो के उद्घाटन से पहले ही क्रेडिट को लेकर सियासत शुरू हो गई है. प्रधानमंत्री के उद्घाटन के ठीक पहले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव गोविंद मिश्रा ने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री देश के हैं, उद्घाटन कर सकते हैं, लेकिन इसकी आधारशिला पिछली सरकार ने रखी थी. जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे, उस समय कानपुर वासियों के लिए यह सौगात मिली थी. बीजेपी हरी झंडी दिखाने और फीता काटने का काम कर रही है.
वहीं, प्रधानमंत्री द्वारा कानपुर मेट्रो के उद्घाटन के पहले हो रही राजनीति पर बीजेपी भड़क गई और भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनील बजाज ने कहा कि बीजेपी ने मेट्रो का पूरा काम किया और अब जाकर इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी कर रहे हैं. विपक्ष का काम किसी भी अच्छे काम पर सवाल खड़े करना है. कल सपा के लोग यह भी कह सकते हैं कि भारत देश की नींव भी खुद सपा ने रखी.
बहरहाल, आरोप-प्रत्यारोप के इतर अब कानपुर मेट्रो कानपुर वासियों के लिए एक सौगात बनकर आ रही है. कानपुर वालों को ट्रैफिक की समस्या से निजात दिलाने के लिए जल्द ही कानपुर के भीतर मेट्रो के पहले चरण की शुरुआत हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद पहले फेज के मेट्रो का उद्घाटन हरी झंडी दिखाकर करेंगे और इसके लिए मेट्रो डिपो में प्रधानमंत्री के आगमन के हिसाब से सारी चीजें तैयार की जा रही हैं. कानपुर में ट्रैफिक एक मूल समस्या रही है, जो हर बार कहीं न कहीं चुनावी मुद्दा बनती रही है. इस बार प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने के बाद ही कानपुर के ट्रैफिक की समस्या में कमी आएगी और कानपुर भी उन शहरों में से एक हो जाएगा जहां पर मेट्रो ट्रेन दौड़ रही हैं.
यहां समझें कानपुर मेट्रो का पूरा खाका
शुरुआती दौर में आईआईटी कानपुर से मोतीझील तक 9 किलोमीटर दूरी तक मेट्रो दौड़ेगी, जिसमें 9 स्टेशन होंगे. कानपुर में फिलहाल तीन डिब्बों की एक मेट्रो ट्रेन होगी. इस तरह की कुल छह मेट्रो ट्रेन को 28 दिसंबर से प्रधानमंत्री के हरी झंडी दिखाने के बाद से कानपुर वासियों के लिए चालू कर दिया जाएगा. कानपुर मेट्रो परियोजना की अनुमानित लागत 11,076.48 करोड़ रुपये है. इस परियोजना के पांच साल में पूरा होने की उम्मीद है. नई मेट्रो रेल परियोजना से करीब 40 लाख लोगों के लाभान्वित होने की उम्मीद जताई जा रही है.
कानपुर मेट्रो में कब-क्या हुआ
सितंबर 2017 में केंद्र ने डीपीआर में बदलाव की मांग की और दिसंबर में नई डीपीआ तैयार हो गई.
मार्च 2018 में प्रदेश कैबिनेट ने कानपुर मेट्रो परियोजना को मंजूरी दी.
जून 2018 में वित्त मंत्रालय ने कानपुर मेट्रो को सैद्धांतिक मंजूरी दी.
सितंबर 2018 में केंद्र सरकार को डीपीआर भेजी गई.
फरवरी 2019 में प्रारंभिक कार्य शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार ने अपने बजट में 175 करोड़ रुपये आवंटित किए.
मार्च 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर मेट्रो परियोजना की आधारशिला फिर से रखी.
नवंबर 2019 में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानपुर मेट्रो के लिए सिविल वर्क का उद्घाटन किया.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने फरवरी 2020 में कानपुर मेट्रो फेज-1 के लिए 358 करोड़ रुपये आवंटित किए.
2021 फरवरी में उत्तर प्रदेश बजट 2021-22 में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के लिए 597 करोड़ रुपये आवंटित किए गए.
मई में कानपुर मेट्रो के 8.62 किलोमीटर लंबे अंडरग्राउंड सेक्शन का शुरुआती काम शुरू.
जून में UPMRC ने प्राथमिकता के लिए IIT कानपुर से कल्याणपुर रेलवे स्टेशन तक लगभग एक किमी के ट्रैक बिछाने का काम पूरा किया.
अब IIT कानपुर से मोतीझील तक 9 किलोमीटर के काम के ट्रायल रन का उद्घाटन सीएम योगी आदित्यनाथ खुद 10 नवंबर 2021 को करके गए थे.