रोड शो, रैलियों पर रोक, खर्च की बढ़ी सीमा…जानें यूपी चुनाव को लेकर EC ने क्या-क्या नियम बताए
1 min readलखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की मुनादी हो गई है. चुनाव आयोग ने आज यानी शनिवार को साढ़े तीन बजे से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की. यूपी में 10 फरवरी से विधानसभा चुनाव होंगे. उत्तर प्रदेश में सात चरणों में वोटिंग होगी और 10 मार्च को नतीजे आएंगे. उत्तर प्रदेश में 403 विधानसभा सीटें हैं और अभी मौजूदा वक्त में योगी सरकार है. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और उनके सहयोगियों के खाते में 325 सीटें गई थीं. सपा को 47, बसपा को 19 और कांग्रेस को 7 सीटों पर सफलता मिली थी. तो चलिए जानते हैं यूपी चुनाव से जुड़े सारे डिटेल.
उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे.
पहला फेज: 10 फरवरी
दूसरा फेज-14 फरवरी
तीसरा फेज- 20 फरवरी
चौथा फेज- 23 फरवरी
पांचवां फेज- 27 फरवरी
छठा फेज- 3 मार्च
सातवां फेज- 7 मार्च
चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या-क्या कहा
-पोलिंग स्टेशन में इस बार 16% की वृद्धी की गई है.
-सभी पोलिंग सेंटर पर व्हील चेयर की व्यवस्था होगी.
-कैंडिडेट्स को अपने आपराधिक मामलों की जानकारी सभी माध्यमों से वोटर्स के साथ साझा करनी होगी.
-सभी कार्यक्रमों की विडियोग्राफी की जायेगी.
-900 ऑब्जर्बर चुनाव पर नज़र रखेंगे.
-यूपी में 40 लाख तक खर्च कर सकते हैं कैंडिडेट.
-पैसे के दुरूपयोग पर ज़ीरो टॉलरेंस, गैर कानूनी पैसे और शराब पर नज़र रहेगी.
-कोरोना पाजिटिव मरीज भी दें सकेंगे वोट.
-चुनाव नियमों का उल्लंघन करने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी.
-हर बूथ पर सिर्फ 1250 वोटर्स ही होंगे.
-कोरोना को देखते हुए सभी वोटिंग का समय एक घंटे के लिए बढ़ाया गया.
-15 जनवरी तक राजनीतिक रैलियों पर रोक.
-रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक कोई रैली नहीं होगी.
-कोई नुक्कड़ सभा नहीं होगी.
-किसी भी प्रकार के रोड शो, पदयात्रा, साइकिल यात्रा पर पूरी तरह से रोक.
-जीत के जश्न की इज़ाजत नहीं.
-सभी पोलिंग बूथ को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाएगा.
-दो से ज्यादा व्यक्ति विनिंग सर्टिफिकेट लेने नहीं जायेंगे.
सुरक्षाबलों की तैनाती
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्वक और निष्पक्ष तरीके से कराने लिए चुनाव आयोग ने पूरी तरह से कमर कस ली है. उत्तर प्रदेश को पैरा मिलिट्री फोर्स की टुकरियां मिल गई हैं. सूत्रों की मानें तो 10 जनवरी को पहले चरण में उत्तर प्रदेश को पैरा मिलिट्री फोर्स की 150 कंपनियां मिलेंगी. इसमें सीआरपीएफ की 50, बीएसएफ की 30, एसएसबी की 30, सीआईएसएफ की 20 और आईटीबीपी की 20 कंपनियां शामिल हैं. संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए जिलों को फोर्स का आवंटन किया जा रहा है. 10 जनवरी को पैरा मिलिट्री फोर्स जिलों में एरिया डोमिनेशन के लिए फ्लैग मार्च करेंगे.