पनियारा में अल्ट्रासाउंड के नाम पर हो रही काली कमाई
1 min readमहाराजगंज के नगर पंचायत पनियरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से करीब 200 मीटर की दूरी पर स्थित निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड सेंटर भी संचालित हो रहा है अल्ट्रासाउंड सेंटर बिना सोनोलॉजिस्ट के ही अल्ट्रासाउंड करके रिपोर्ट बनाकर मरीजों को दे रहा हैं इस अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट पर ना तो सोनोलॉजिस्ट का हस्ताक्षर है और ना ही सही रिपोर्ट मरीजों को दे रहा है ।
गलत रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में महिला के पेट में 4.6mm का पथरी है
रफ्तार इंडिया न्यूज़ की पड़ताल में पता चला है कि इस हॉस्पिटल में संचालित अल्ट्रासाउंड को बिना सोनोलॉजिस्ट के ही संचालित किया जा रहा है और फर्जी रिपोर्ट बनाकर मरीजों को सौंपा जा रहा है आपको बता दें इस अल्ट्रासाउंड पर एक महिला करीब एक महीना पहले अल्ट्रासाउंड करवाई थी और अल्ट्रासाउंड के बदले उसने 600 रूपये संचालक को दिया था बदले में उसे जो रिपोर्ट मिला उस किसी सोनोलॉजिस्ट का हस्ताक्षर नहीं है और उस रिपोर्ट के मुताबिक उस महिला के पित्त के थैली में 4.6mm का पथरी है जबकि महिला ने दोबारा से जब एक अन्य जगह अल्ट्रासाउंड कराया तो वहां के अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट के मुताबिक महिला के पित्त के थैली में पथरी नहीं है इस बात से आप अनुमान लगा सकते हैं कि किस तरह से पनियरा ने मरीजों को बेवकूफ बनाकर उनके खून जांच, अल्ट्रासाउंड कर हॉस्पिटल संचालक काली कमाई कर रहे हैं अगर यह महिला फर्जी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट को मान कर पेट का ऑपरेशन करवा लेती तो एक डॉक्टर इन से मोटी रकम वसूलते और महिला के जान की भी खतरा बनी रहती।
सही रिपोर्ट
महिला नार्मल है और गर्भवती हैहै
इस महिला के अलावा ना जाने कितने लोग इनके फर्जी रिपोर्ट का शिकार हुए होंगे और अपनी मेहनत की कमाई इन लोगों के चक्कर में बर्बाद किए होंगे ।सवाल यह उठता है की किसी दूसरे सोनोलर्जिस्ट का नाम प्रयोग करके इस तरह से अल्ट्रासाउंड का लाइसेंस लेकर बिना सोनोलॉजिस्ट का अल्ट्रासाउंड कराना कहां तक जायज है ।क्या इनके लिए पैसों के आगे लोगों की जान की कोई अहमियत नहीं है क्या प्रशासन का इस पर नजर नहीं जाता या प्रशासन इस पर कार्यवाही नहीं करना चाहता।