घूमने लगे कुम्हारों की उम्मीदों के चाक,दियों से होगा शहर पूरा रौशन-
1 min readरफ़्तार इंडिया न्यूज़-सीतापुर-
घूमने लगे कुम्हारों की उम्मीदों के चाक,दियों से होगा शहर पूरा रौशन-
ब्यूरो नईम अहमद-सीतापुर
सीतापुर।दीपावली नजदीक आते ही कुम्हार दिए बनाने के लिए तेजी से जुट गए।उन्हें उम्मीद है कि इस बार उनकी दीपावली भी रोशन रहेगी शहर के कई गांव में कुम्हार अपने चाक से मिट्टी के दियों का स्वरूप दे रहे हैं। दिवाली नजदीक आ चुकी है। ऐसे मैं दूसरों के घरों को रोशन करने के साथ ही अपने घरों को भी खुशियां लाने के लिए सब कुम्हारों का चाक तेजी से घूम रहा है। चाइनीस सामानों का बहिष्कार इनको मारो की उम्मीदों को और बढ़ा रहा है।
मिट्टी के दीयों की है अपनी परंपरा दीपावली 24 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
दीप पर्व पर मिट्टी के दियों से अपने घर को रोशन करने की एक पुरानी परंपरा है। इसका अपना महत्व है ऐसे में दीपावली नजदीक आते ही कुम्हार तेजी से दीए बनाने में जुट गए हैं।
उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी उनकी दीपावली रोशन रहेगी।
दीपक मटकी आदि बनाने के लिए बेटे भी उनका साथ दे रहे हैं।
कोई मिट्टी गूंधने में लगा है तो किसी के हाथ चौक पर मिट्टी के बर्तनों को आकार दे रहे हैं। लगता है कि इस बार मिट्टी के के दिए ज्यादा बिकेंगे।
इससे उनकी दीपावली पहले से बेहतर रहेगी। इस बार बेमौसम हुई बारिश में मिट्टी मिलने में दिक्कत हो रही है दीयों की कीमत कम होती है मगर जैसे-जैसे त्यौहार नजदीक आता है डिमांड बढ़ जाती है। दीपावली में 100 रुपए सैकड़ा तक दिया बिक जाता है। हालांकि मिट्टी लाने व दीए बनाने से पकाने में जो खर्च होता है उसके हिसाब से लाभ नहीं हो पाता।
रफ़्तार इंडिया न्यूज़-सीतापुर-