कम राशन देने का कोटेदार पर महिलाओं ने लगाया गंभीर आरोप-
1 min read रफ़्तार इंडिया न्यूज़-महराजगंज-
रिपोर्ट-जर्न.गुरूचरण प्रजापति-महराजगंज-
कम राशन देने का कोटेदार पर महिलाओं ने लगाया गंभीर आरोप-
कोटेदारों की बढ़ी भुख,लाभार्थियों का भी खा जा रहे फ़्री राशन-
महराजगंज के कोटेदारों का खाद्य वितरण में घटतौली चरम सीमा पर देखने को मिल रही है-
आपको बता दें कि ब्लॉक पनियरा क्षेत्र के ग्राम सभा सतगुरु निवासी रामबेलास कोटेदार के ऊपर ग्राम सभा की महिलाओं ने कम राशन देने का आरोप लगाया है।
सरकार हर महीने फ्री में राशन लाभार्थियों को मुहैया करा रही है आए दिन कोटेदारों द्वारा घोल-घपलाकर 20 किलो राशन की जगह 18 किलो राशन दे रहे हैं।
प्रत्येक लाभार्थियों के हिस्से का दो से तीन किलो तक राशन कटौती करने का गम्भीर आरोप है-।
शिकायत कर्ता रामसेवक-
जिसकी शिकायत ग्राम सभा की महिलाओं ने किया है।
शिकायत के बाबत पूरे मामले में कोटेदार से कम राशन देने की बात पूछी गई तो कोटेदार ने बताया कि काफी खर्च देना पड़ता है,और तो और जितना कम राशन हमें मिलता है उसी हिसाब से हम लोगों को वितरण करते हैं-
मामला प्रकाश मे आने के बाद जहां कोटदार ग्रामीणो को पूरा राशन न देकर खुलेआम घटतौली की जा रही है जहां पर पात्र गृहस्थी पर प्रति युनिट 5 किलो व अन्त्योदय कार्ड धारक पर पैतीस किलो राशन मिलना चाहिये लेकिन यहां पर ग्रामीणो का आरोप है की कोटदार किसी भी कार्ड धारक को पूरा राशन न देकर दो से तीन किलो की कटौती की जा रही है ग्रामीणो का यह भी आरोप लगा रहें हैं कि जब भी सरकार द्वारा चीनी, व अन्य सामान राशन के साथ आता है तो उसे रेट से अधिक मूल्यों पर देते हैं या तो देते ही नही हैं वही जब कोई कार्ड धारक इसका विरोध करता है तो उसे राशन न देने की धमकी दी जाती है।
कोटेदार का कहता है की ऊपर से लेकर नीचे तक के लोगो को कमीशन देना पडता है तो वही विभाग की तरफ से जो राशन मिलता है बोरी मे वजन भी पूरा नही उतरता जिसकी भरपाई करने के लिये राशन मे कटौती करना मजबूरी बनी हुई है वैसे तहसील क्षेत्र हो या पूरा महराजगंज राशन मे घटतौली होना आम बात है जो यहाँ की परम्परा बनी हुई है सरकार की सख्ती के बाद भी विभागीय अधिकारी के भ्रष्ट रवैये के चलते इस पर अंकुश नही लग पा रहा है और खुलेआम गरीब कार्ड धारको के हक पर डाका डाला जा रहा है अगर देखा जाय तो पनियरा ब्लॉकों के विभिन्न कोटेदारों सहित समूचे क्षेत्र मे खुली सरकारी सस्ते गल्ले की शायद ही ऐसी कोई दुकान हो जहां ऐसी शिकायत न मिलती हो।
ब्लॉक के कुछ गिने चुने पनियरा के कोटेदारों को छोड़कर सभी कोटेदारों की शिकायत मिलती रहती है जिसको अधिकारी भी सिर्फ़ शिकायत पाकर मामले में कोटेदारों पर कार्यवाही करने में आना-कानी कर मामले को सरकारी दफ्तरों में कैद कर भुला देते हैं-
वहीं जब इस पूरे मामले में राशन वितरण इन्स्पेक्टर बंदना ने बताया कि इस तरह की शिकायत पर लाभार्थियों को जितना कम राशन कोटेदार ने दिया है वह उनका पूरा करें।
यदि ऐसा नही करता है तो शिकायत मिलने के बाद कड़ी कार्यवाही करने की बात कहीं-
लेकिन लाभार्थियों द्वारा यह आस लगाए बैठे रहते हैं कि धूर्त कोटेदार पर विभाग कार्यवाही कब करेंगे–महराजगंज