ओम प्रकाश राजभर का यू टर्न, अब गाजीपुर के जहूराबाद से लड़ेंगे चुनाव
1 min readवाराणसी. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के मुखिया और समाजवादी पार्टी के गठबंधन के साथी ओमप्रकाश राजभर ने यूपी चुनाव के लिए पांच सीटों का ऐलान कर दिया है. खुद ओमप्रकाश राजभर एक बार फिर गाजीपुर जिले की जहूराबाद सीट से चुनाव लड़ेंगे. पिछले दिनों उनके वाराणसी की शिवपुर सीट से चुनाव लड़ने की बात सामने आई थी. लेकिन सोमवार को यू टर्न लेते हुए ओमप्रकाश राजभर ने नया ऐलान करते हुए फिर से जहूराबाद को चुना. वाराणसी की चर्चित सीट शिवपुर से उन्होंने अपने बेटे अरविंद राजभर को मैदान में उतारा है.
इस सीट से यूपी सरकार के मंत्री अनिल राजभर विधायक हैं. हालांकि अभी वाराणसी की सीट पर भाजपा ने पत्ते नहीं खोले हैं. अगर शिवपुर सीट से दोबारा मंत्री अनिल राजभर ने चुनाव लड़ा तो ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविदं सपा गठबंधन से सुभाषपा का झंडा लेकर उनके सामने होंगे. शिवपुर से खुद के चुनाव न लड़ने के सवाल पर ओपी राजभर ने कहा कि लोडर से लीडर को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. यहां लोडर उन्होंने मंत्री अनिल राजभर को बताया तो लीडर खुद को. इन दो सीटों के अलावा उन्होंने यूपी के तीन सीटों पर भी प्रत्याशियों का ऐलान किया. जिसमे हरदोई की संडीला से अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अर्कवंशी, सीतापुर के मिश्रिख से मनोज राजवंशी और बहराइच की बलहा सीट से अपनी पार्टी की महिला मोर्चा की महासचिव ललिता पासवान को प्रत्याशी बनाया है.
ओपी राजभर ने दावा किया कि जिन मांगों को लेकर उन्होंने भाजपा का साथ छोड़ा था, वो मांगे सपा सरकार बनते ही पूरी हो जाएंगी. तर्क दिया कि भाजपा सरकार में 46 मंत्री मेरे खिलाफ थे लेकिन यहां गठबंधन में तीन बड़े नेता हैं. खुद अखिलेश यादव, जयंत चौधरी और मैं. बाद में उन्होंने अपना दल कमेरावादी की कृष्णा पटेल समेत तमाम दूसरे नेताओं का नाम गिनाते हुए कहा कि हम सब साथ मिलकर सरकार बनाएंगे. चाचा शिवपाल यादव के एक सीट से लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि चाचा खुश हैं. सरकार बनने के बाद टिकट मिलने से वंचित गठबंधन के सभी दलों के नेताओं को समायोजित किया जाएगा. उन्होंने ये भी दावा किया कि इस एमएलसी चुनाव में उन्हे दो सीटें मिली हैं.