नवजीवन मिशन स्कूल में तीन अध्यापक कोरोना पॉजिटिव महराजगंज फरेंदा(विन्द्रेश चौरसिया)। महराजगंज जिले के फरेंदा में नवजीवन मिशन स्कूल के तीन अध्यापक कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इससे अभिभावकों में हड़कंप मचा हुआ है। इसके पहले भी इसी स्कूल का एक छात्र कोरोना पॉजिटिव मिला था। यहां के निजी विद्यालयों में सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन के नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है।बीते दिनों नवजीवन मिशन स्कूल में एक बच्चे के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी विद्यालय प्रशासन ना तो किसी प्रकार की सतर्कता बरता ना कोई ठोस इंतजाम किया। हद तो तब हो गई जब प्रशासन के छुट्टी आदेश और कोरोना के मामले मिलने के बावजूद छात्रों और अध्यापकों को विद्यालय बुलाकर फीस वसूला जा रहा है।और फीस जमा न करने पर बच्चों को परीक्षा किट नही दे रहे है इसके लिए कई अभिभावकों से नोक झोंक भी हुआ।पर विद्यालय प्रशासन इसके लिए मनमानी कर रहा है और तो और दिसम्बर में दो दिन ही चला बस पूरे महीने का फीस वसूल रहा है। वजह पूछने पर विद्यालय प्रशासन ने उच्चाधिकारियों पर ही दोष मढ़ते हुए कहा कि अनुमति लेकर विद्यालय खोले गए हैं। विद्यालय पर किसी तरह की हिदायत और उचित कार्रवाई ना करने के कारण लापरवाह विद्यालय प्रशासन के कई अध्यापक भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। तमाम अभिभावकों ने विद्यालय के मनमाने व्यवहार पर सवाल खड़ा किया है। अभिभावकों ने कहा कि अपने निजी लाभ के चक्कर में विद्यालय प्रशासन बच्चों और अध्यापकों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। यहां तक कि उच्चाधिकारियों द्वारा विद्यालय को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया जा रहा है।
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नवजीवन मिशन स्कूल में तीन अध्यापक कोरोना पॉजिटिव-
महराजगंज जिले के फरेंदा में नवजीवन मिशन स्कूल के तीन अध्यापक कोरोना पॉजिटिव पाएं गए हैं.
इससे अभिभावकों में भय कामाहौल बना हुआ है इसके पहले भी इसी स्कूल का एक छात्र कोरोना पॉजिटिवपाया गया था। यहां के निजी विद्यालयों में सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन के नियमो की धज्जियां उड़ाई जा रही है।बीते दिनों नवजीवन मिशन स्कूल में एक बच्चे के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद भी विद्यालय प्रशासन ना तो किसी प्रकार की सतर्कता बरता ना कोई ठोस इंतजाम किया। हद तो तब हो गई जब प्रशासन के छुट्टी आदेश और कोरोना के मामले मिलने के बावजूद छात्रों और अध्यापकों को विद्यालय बुलाकर फीस वसूला जा रहा है।और फीस जमा न करने पर बच्चों को परीक्षा किट नही दे रहे है इसके लिए कई अभिभावकों से नोक-झोंक भी हुआ-
पर विद्यालय प्रशासन इसके लिए मनमानी कर रहा है और तो और दिसम्बर में दो दिन ही चला बस पूरे महीने का फीस वसूल रहा है।
वजह पूछने पर विद्यालय प्रशासन ने उच्चाधिकारियों पर ही दोष मढ़ते हुए कहा कि अनुमति लेकर विद्यालय खोले गए हैं।
विद्यालय पर किसी तरह की हिदायत और उचित कार्रवाई ना करने के कारण लापरवाह विद्यालय प्रशासन के कई अध्यापक भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। तमाम अभिभावकों ने विद्यालय के मनमाने व्यवहार पर सवाल खड़ा किया है। अभिभावकों ने कहा कि अपने निजी लाभ के चक्कर में विद्यालय प्रशासन बच्चों और अध्यापकों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है। यहां तक कि उच्चाधिकारियों द्वारा विद्यालय को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया जा रहा है।
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