महाराजगंज के पनियरा में मिलावटी मिठाई का खेल: प्रशासन की अनदेखी और जनता की चिंता
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त्योहारी सीज़न में मिठाइयों की मांग तेजी से बढ़ती है, और इसी मौके का फायदा उठाते हुए महाराजगंज जिले के पनियरा क्षेत्र में मिलावटी मिठाई का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि त्योहारों पर प्रशासन द्वारा की जाने वाली छापेमारी या जांच यहां नदारद है, जिसके चलते मिलावटखोरों के हौसले बढ़े हुए हैं। आइए जानते हैं, इस मिलावटी मिठाई के कारोबार की पूरी हकीकत।
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1. कैसे चल रहा है मिलावटी मिठाई का धंधा?
पनियरा क्षेत्र में कई दुकानदार सस्ती मिठाइयाँ बेचने के लिए घटिया मावा और अन्य घटकों का उपयोग कर रहे हैं। त्योहारों के दौरान मिठाइयों की बिक्री कई गुना बढ़ जाती है, और इसी का फायदा उठाते हुए व्यापारी निम्न-गुणवत्ता के घटकों का इस्तेमाल कर ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। यहाँ नकली मावा, कृत्रिम रंग और स्वाद बढ़ाने वाले हानिकारक रसायनों का प्रयोग हो रहा है, जो सेहत के लिए अत्यंत खतरनाक साबित हो सकते हैं।
2. प्रशासन की अनदेखी और सुरक्षा विभाग का मौन
पनियरा के नागरिकों का कहना है कि खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से यहाँ कोई भी सक्रिय कदम नहीं उठाए गए हैं। स्थानीय प्रशासन की लापरवाही और फूड इंस्पेक्टर की जांचों की कमी से मिलावटखोरों को खुली छूट मिल गई है। प्रशासन का यह रवैया नागरिकों के लिए चिंता का कारण बन गया है, खासकर तब जब दिवाली जैसे बड़े त्योहार पर लोग भारी मात्रा में मिठाइयाँ खरीदते हैं।
3. स्वास्थ्य के लिए खतरा: जानिए क्यों है मिलावटी मिठाई खतरनाक?
मिलावटी मिठाइयों में इस्तेमाल किए गए घटक न केवल नकली होते हैं, बल्कि ये स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालते हैं। नकली मावा और सस्ते रसायनों का उपयोग पेट से जुड़ी बीमारियों, एलर्जी और कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसके अलावा, त्योहारों के मौसम में ऐसे मिलावटी उत्पादों की खपत अधिक होने से लोगों के बीमार होने की संभावना बढ़ जाती है।
4. स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया और विरोध
स्थानीय लोग इस स्थिति को लेकर खासे नाराज हैं। पनियरा के निवासियों ने इस मुद्दे पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की है। उनका कहना है कि त्योहारों के दौरान खाद्य वस्तुओं की जांच और निगरानी प्रशासन का कर्तव्य है। नागरिकों ने मांग की है कि प्रशासन मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई करे और मिठाई की दुकानों का निरीक्षण करे।
5. प्रशासन की जिम्मेदारी और नागरिकों की अपील
महाराजगंज जिले के लोगों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि त्योहारों के दौरान खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित की जाए। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि मिलावटखोरों को कड़ी सजा दी जाए ताकि यह प्रवृत्ति समाप्त हो सके।
6. विशेषज्ञों की सलाह: कैसे बचें मिलावटी मिठाई से?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि त्योहारी सीजन में मिठाई खरीदते समय उपभोक्ताओं को भी सतर्क रहना चाहिए। उपभोक्ताओं को सस्ते या अविश्वसनीय स्रोतों से मिठाई खरीदने से बचना चाहिए और केवल प्रतिष्ठित दुकानों से ही गुणवत्ता वाले उत्पाद खरीदने चाहिए।
पनियरा में मिलावटी मिठाई का यह धंधा केवल प्रशासन की अनदेखी का नतीजा नहीं है, बल्कि यह आम जनता की सेहत और सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस पर तुरंत कार्रवाई करे ताकि लोग सुरक्षित और शुद्ध मिठाई का सेवन कर सकें। दिवाली जैसे पावन पर्व पर प्रशासनिक सक्रियता न केवल नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि त्योहार की वास्तविक खुशियों को बनाए रखने में भी सहायक होगी।