महराजगंज मुख्यालय पर प्लास्टिक,कूड़ा-कबाड़ जलाने से ज़हरीली हवा के शिकार हो रहे लोग-
1 min readरफ़्तार इंडिया न्यूज-महराजगंज-
ब्यूरों रिपोर्ट-गणेश प्रसाद-वरिष्ठ अधिवक्ता/पत्रकार महराजगंज-
शुक्रवार-10/03/2023-
महराजगंज-शहर की आबोहवा जहरीली बनती जा रही है। जल प्रदूषण के बाद अब वायु प्रदूषण भी अपने पांव पसारने लगा है। इसको लेकर समय रहते प्रशासन नहीं चेता तो शहर की हालत दिल्ली एनसीआर जैैैसी होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
शहर से होकर गुजरे जिला मुख्यालय महराजगंज के सटे वार्ड नंबर 11सुकटिया मोहल्ले में नगर पालिका द्वारा पिछले 6 महीने से सैकड़ों ताली कचरा प्लास्टिक,कूड़ा-कबाड़ जलाया जा रहा है
जिससे जहरीली गैस लगातार निकलने से अबोहवाओं ने आसपास के लोगों व फसलों को काफ़ी प्रदूषित कर रहा है-
जिसका नशीला धुँआ से लोगों का जीना हराम हो गया.है कितने लोग दमा,टीवी के गंभीर बीमारियों के मरीज हो गए हैं.
अगल-बगल के फसलों के ऊपर भी इसका कुप्रभाव पड़ रहा है अगर तत्काल इस आग को बुझाया या हटाया नहीं गया तो काफी लोग इस जहरीले काल रूपी धुएं का शिकार हो जाएंगे-
इतना सब हो जाने के बावजूद भी इसकी रोक थाम के प्रयास भी शुरू नहीं हो पाया है-
ठंड के मौसम में वैसे ही कोहरे व धुआं से प्रदूषण बढ़ जाता है। ऐसे में शहर की साफ-सफाई एवं अस्पतालों से निकले वाले पट्टियां व निडल्स इत्यादि वाला कूड़ा-कचरा चौराहे के निकट मुख्यालय महराजगंज के सटे वार्ड नंबर 11 सुकटहीया गांव के किनारे पर डंप किए गए कचरे को जला दिया गया। बीते तीन दिन पहले ही रात को यहां पर दर्जनों ट्रक कूड़ा-कर्कट जलाया गया।
ऐसे में अभी तक महराजगंज व क्षेत्रीय नेताओं का इस जनसमस्याओं के निदान के लिए किसी भी तरह की मदद की उम्मीद नही दिखा है-
इस जहरीले धुएं से निकल रही जहरीली गैस से आस पास के लोग काफ़ी परेशान हैं लोगों के सामने कचरा जलाने से बढ़े पर्यावरण प्रदूषण ने जीना हराम कर दिया है।
यह हाल तब है जब हाल में ही जिला प्रशासन ने खेतों में पराली जलाने वाले किसानों पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ जुर्माना भी वसूला। मगर,नगर पालिका परिषद के जिम्मेदार जलाए जा रहे कूड़े के ढेर को लेकर बेफ्रिक दिख रहे हैं।
कूड़ा निस्तारण को शहर से बाहर लाखों की लागत से प्लांट बना है। मगर,कूड़ा उठाने वाले ठेकेदार इतनी दूरी तक कूड़ा पहुंचाने में आने वाले खर्च को बचाने के लिए सुकटहिया गांव के किनारे ही डंप कर देते हैं। इसके बाद में उसे जलाने का काम करते हैं। इससे शहर की हवा में प्रदूषण की समस्या पैदा होती है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों पर गौर करें तो वातावरण में घुल रही कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा मानव स्वास्थ्य के लिए काफ़ी हानिकारक बताई गई है। इसके अलावा कार्बन,सल्फर डाई ऑक्साइट व नाइट्रोजन ऑक्साइड भी अधिक मात्रा में निकलने से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव छोड़ रही है।
शहर का कूड़ा निस्तारण के लिए प्लांट है। इसके बावजूद अगर कूड़ा जलाया गया है। तो जांच कर दोषी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी-
कूड़े का ढेर नगर पालिका परिषद के किसी कर्मचारी ने नहीं जलाया है। आखिर कूड़ा किसने जलाया है,इसकी जांचकर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी-ईओआलोक त्रिपाठी-महराजगंज-
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